BILASPUR : शावक तेंदुए की मौत : जांच में जुटा वन विभाग मामले में लीपापोती का अंदेशा।

पेंड्रा (GPM) जिले के मरवाही वन मंडल अंतर्गत खोडरी वन परिक्षेत्र में शावक तेंदुए की मौत का मामला आया है। जानकारी के अनुसार तेंदुए का यह शावक ग्रामीणों को जंगल से सटे गांव में मिला था। जिसे उन्होंने खोडरी वन परिक्षेत्र के वन अधिकारियों को सौंप दिया था। नियमानुसार वन विभाग को इसे रेस्क्यू सेंटर भेजना था, जहां उसकी उचित देखभाल हो सकती थी लेकिन ऐसा न कर वन अधिकारियों ने इसे अपने पास ही रखा और जहाँ शावक की मौत हो गई।
शावक की मौत मामले में वन विभाग अब लीपापोती करने में जुटा हुआ है। विभाग का कहना है कि तीन माह के तेंदुए के यह शावक कुपोषित एवं कमजोर अवस्था में था, जिसके कारण उसकी मौत हो गई। जानकारों का कहना है कि इस शावक को गलत तरीके से दूध पिलाने के कारण ही उसकी मौत हुई है। बहरहाल, तेंदुए के शावक का खोडरी वन परिक्षेत्र क्षेत्र के प्रांगण में वन अधिकारियों की मौजूदगी में अंतिम संस्कार कर दिया गया है।

डीएफओ शशि कुमार का कहना है कि हमें सूचना मिली थी कि तेंदुआ का बच्चा गांव के पास घूमते हुए मिला है। जो कि यह लगभग दो से तीन महीने का रहा होगा। वहीं डी एफ ओ ने कहा कि इसकी मृत्यु मल्टीपल ऑन मिसिबल के कारण इसकी मृत्यु हुई होगी। हम लोग एंटिसेल की जो गाइडलाइन है उस गाइडलाइन को फॉलो करते हुए उसका पीएम हमने करवाया है ।


 



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