CRIME : कांग्रेस और भाजपा के जमीन हड़पाऊ विधायक ।

जय सिंह अग्रवाल और श्याम बिहारी स्टेडियम ने सीवी तट की जमीन बनाई

गैर मान्यता के नाम पर जमीन, गैर मान्यता के नाम पर कोई छोटी-मोटी बात नहीं। कोई भी सामान्य इंसान हो तो उसका लुक घिस जाता है लेकिन कोई सामग्री नहीं होती, धन कुबेरों के काम आसान तरीके से किए जाते हैं और धर्म की जमीन पर न जाने कब गैर बैंक का नाम धड़ाधड़ चढ़ जाता है! ये करामात कोई जय सिंह अग्रवाल या फिर श्याम बिहारी परिवार से सीखे...

रायपुर एक ओर जहां छत्तीसगढ़ प्रदेश में ढांचागत ढांचागत सरकार में राजस्व मंत्री रहे जयसिंह अग्रवाल के बांस-नाटे कोटेदार की जमीन पर सुव्यवस्थित तरीके से ग्राम बरबसपुर स्थित भूमि ख.नं. 170/2, 208, 257/1, 257/2, 271, 34/3, 55/2, 57/9, 60/1, 63/1, 227, 228/1, 228/2, 234/1, 339, 288/1, 288 / 2,288 / 3 (1) लगभग 25 ओक ग्राउंड मेसर्स गोल्डन के प्रोजेक्ट रिशु अग्रवाल, रोहित अग्रवाल, आशीष भावना, महेश भावना (2) मेसर्स एम.एम. इन्फ्राटेक (3) मेसर्स पीस इंजीकॉन प्रा. ली. सहयोगी श्री मती अख्तर अग्रवाल, पति श्री रोहित अग्रवाल, महेश भावना (4) मेसर्स कोरबा निर्माण साजिल महेश भावना, रिशु अग्रवाल और अन्य के नाम राजस्व अभिलेखों में दर्ज किये गये हैं।

उक्त आवेदित भूमि पूर्व जन जातीय भूमि का दर्शन वर्तमान में यह सामान्य वर्ग के लोगों के नाम से कब और कैसे आया, यह सूक्ष्म जांच का विषय है। लगभग 25 एकड़ जमीन पर मंत्री जयसिंह अग्रवाल के बेटे रोहित अग्रवाल और परिवार के अन्य मंडल और चॉकलेट का नाम दिया गया है। ग्राम बरबसपुर के मिशाल तीर्थ के अनुसार सभी जमीनों का नाम पवित्र स्थान रखा गया है।

भाजपा नेता श्याम बिहारी खिलाड़ी की गोपालाई 

मनेंद्र के पूर्व नेता और वर्तमान भाजपा के साझीदार श्याम बिहारी के विधायक और उनके परिवार ने 100 एकड़ सरकारी जमीन (वन भूमि) पर फर्जी तरीके से कब्जा कर लिया है। इसके अलावा एक युवा बलराम सिंह, निवासी बेलबहरा के लगभग 5 एकड़ जमीन पर वह और परिवार बाबा-दादा के घर से खेती कर रहे थे और उसे हथिया ले लिया था। इसमें कहा गया है कि जब कुछ लोगों को लगा तो मीडिया से जुड़े पत्रकारद्वय की पत्रिका में उनके घर के टैग बलराम सिंह के घर में नहीं मिल सके ऐसे दो-तीन प्रयास के बाद जब वह किसी खास दोस्त के ढाँचे बंधाए पर झकटे थे जाने को कैमरे में जब बयां दे रहे थे; तब उनके चेहरे पर इस फ़्रांसीसी नेता का दावा साफ़ देखा जा सकता था...

बता दें कि यह पीड़ति समुदाय से कोई नहीं बल्कि बाबा जनजाति समुदाय से नष्ट हो गया है, जहां राष्ट्रपति की दत्तक पुत्री की डिग्री से नवाजा जाता है। पीड़ितराम सिंह ने बताया कि जब उनकी जमीन जमीन पर जा गिरी तो प्रधान श्याम बिहारी ने अपने रुदबा के बांध पर तीन-तीन पटवारियों को साथ लेकर उनकी जमीन का बलप जोख कर उस पर कब्जा कर लिया। हम इस खबर के माध्यम से आम जन और सरकार की जानकारी में लाना चाहते हैं कि जब इस खबर का प्रकाशन-प्रसारण होगा, तब इस पीड़ित के दोस्त श्याम बिहारी और उनके गुर्गों की जान को खतरा हो सकता है।

इस संबंध में जब रायपुर से हाईवे क्राइम टाइम के कॉन्टैक्ट्स में आए तो सोनी ने बीजेपी के सहयोगी श्याम बिहारी से सत्यता सिद्धांत के दूरभाषिक विवाद को लेकर अपना मोबाइल नंबर पर बात की, तब सारा का कहना था कि- '' ये कांग्रेस नेता विनय ओझा ''ओर से हमारी राजनीतिक भागीदारी है, जबकि ऐसा कोई मामला नहीं है और जिस संबंध में वीडियो का खुलासा किया जा रहा है वह छवि को बदनाम करने का एक हिस्सा है।''

Post a Comment

0 Comments