पीएम आवास योजना में भ्रष्टाचार: महिला सरपंच पर कार्रवाई, पति पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज

बिलासपुर में बड़ा भ्रष्टाचार का मामला

बिलासपुर। प्रधानमंत्री आवास योजना में भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आया है, जिसमें ग्राम पंचायत सोन की महिला सरपंच श्यामलता बाई और उनके पति अशोक कैवर्त के खिलाफ अनियमितता और धोखाधड़ी के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इस मामले में पंचायत अधिनियम की धारा 40 के तहत सरपंच को नोटिस जारी किया गया है, जबकि उनके पति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। 


सूत्रों के अनुसार, अशोक कैवर्त पर लाभार्थियों से अवैध रूप से पैसे वसूलने का आरोप है। चॉइस सेंटर के संचालक साबित केंवट के खिलाफ भी पुलिस ने मामला दर्ज किया है। साबित केंवट को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि अशोक कैवर्त फिलहाल फरार हैं और उनकी तलाश जारी है। 

कलेक्टर ने दी जांच के आदेश

दो दिन पहले, कलेक्टर अवनीश शरण को जानकारी मिली कि सोन पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लाभार्थियों से पांच-पांच हजार रुपये वसूले जा रहे हैं। इस पर कलेक्टर ने एसडीएम मस्तूरी अमित कुमार सिन्हा को तत्काल जांच के आदेश दिए। जांच में पाया गया कि अशोक कैवर्त और साबित केंवट ने मिलकर भारी भ्रष्टाचार किया है। 

रिपोर्ट में भ्रष्टाचार के प्रमाण

तीन सदस्यीय जांच टीम ने मंगलवार को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की। इसमें सामने आया कि सरपंच पति अशोक कैवर्त ने साबित केंवट के साथ मिलकर 13 लाभार्थियों से 65 हजार रुपये की अवैध वसूली की। सभी प्रमाण और ट्रांजेक्शन रिकॉर्ड भी जांच टीम द्वारा जब्त किए गए हैं। 

पंचायत अधिनियम की धारा 40 के तहत नोटिस जारी

एसडीएम मस्तूरी ने सरपंच श्यामलता बाई के खिलाफ पंचायत अधिनियम की धारा 40 के तहत नोटिस जारी कर दिया है। सरपंच को इस नोटिस के तहत कोर्ट में पेश होकर अपना पक्ष रखना होगा। अगर संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। 




 

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